एलआईसी का बड़ा बयान: अदाणी समूह में निवेश का फैसला पूरी तरह स्वतंत्र
भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (Life Insurance Corporation of India) ने हाल ही में यह स्पष्ट किया है कि उसका अदाणी समूह (Adani Group) में किया गया निवेश पूरी तरह स्वतंत्र और नियमानुसार था। कंपनी ने कहा कि निवेश का फैसला सरकार या किसी अन्य एजेंसी के दबाव में नहीं लिया गया, बल्कि वित्तीय विश्लेषण और मुनाफे के आकलन के बाद ही किया गया।
🔹 निवेश का फैसला और उद्देश्य
एलआईसी ने बताया कि अदाणी समूह की कंपनियों में निवेश एक सामान्य निवेश प्रक्रिया के तहत हुआ है। कंपनी नियमित रूप से शेयर बाजार और कॉर्पोरेट सेक्टर में लाभकारी अवसरों की तलाश करती रहती है। उसी के अंतर्गत अदाणी ग्रुप में भी निवेश किया गया।
कंपनी ने कहा कि 30 जून 2024 तक एलआईसी के पोर्टफोलियो में अदाणी समूह की लगभग 2% हिस्सेदारी है। यह निवेश पूरी तरह पॉलिसीधारकों के हितों को ध्यान में रखकर किया गया है
सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं
एलआईसी ने स्पष्ट किया कि अदाणी ग्रुप में निवेश का निर्णय कंपनी के निवेश बोर्ड की स्वीकृति से हुआ और इस प्रक्रिया में सरकार का कोई सीधा या अप्रत्यक्ष हस्तक्षेप नहीं था।
एलआईसी ने कहा कि वह हर निवेश से पहले जोखिम मूल्यांकन (Risk Assessment) और वित्तीय प्रदर्शन (Financial Performance) का पूरा विश्लेषण करती है।
🔹 अदाणी समूह में एलआईसी की भूमिका
एलआईसी ने 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश अदाणी समूह की विभिन्न कंपनियों में किया है। कंपनी का मानना है कि भारतीय कॉर्पोरेट सेक्टर में अदाणी ग्रुप जैसे बड़े समूहों का विकास देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है।
निवेशकों के लिए भरोसे का संदेश
एलआईसी ने अपने ग्राहकों और निवेशकों को आश्वस्त किया है कि उनका पैसा सुरक्षित और नियंत्रित निवेश प्रणाली के तहत लगाया जाता है।
कंपनी ने कहा कि वह आगे भी पारदर्शी (Transparent) और जिम्मेदार निवेश नीति का पालन करती रहेगी।
📈 निष्कर्ष:
एलआईसी का यह बयान निवेशकों के लिए राहत लेकर आया है। यह स्पष्ट संदेश है कि कंपनी अपने सभी निवेश स्वतंत्र और प्रोफेशनल तरीके से करती है। इससे पॉलिसीधारकों का भरोसा और मजबूत हुआ है।
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